Maiya Samman Yojana Again Fraud: झारखंड की मंईयां सम्मान योजना को लेकर एक बार फिर से बड़ा खुलासा हुआ है जो सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। हर महीने महिलाओं को 2500 रुपये की मदद देने वाली ये योजना अब फर्जीवाड़े की वजह से खतरे मे नजर आ रही है। जांच में पता चला है कि न सिर्फ अपात्र लोग इसका लाभ उठा रहे थे बल्कि मुर्दों के नाम पर भी पैसे लिए जा रहे थे।
जी हां ये एक सच्चाई है जो पलामू जिले में सामने आई है। 584 फर्जी लाभार्थियों की पहचान हुई है और अब इनसे सूद समेत राशि वसूलने की तैयारी हो रही है। मंईयां सम्मान योजना का मकसद था महिलाओं को ताकत देना लेकिन कुछ लालची लोग इसे लूट का जरिया बना रहे हैं।
सरकारी नौकरी वाले, पारा टीचर, स्वास्थ्य सहिया और यहाँ तक कि मृत लोगों के नाम पर भी लाभ लिया गया है। लेकिन अब सरकार सख्त हो गई है और इस घोटाले की पूरी जांच हो रही हैं। इसलिए दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आप इस फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी को समझ सकें।
Maiya Samman Yojana Overview
आर्टिकल का नाम | Maiya Samman Yojana |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना |
शुरूआत | अगस्त 2024 |
राशि | 2500 रुपये प्रति माह |
लाभार्थी | 18-50 साल की महिलाएं |
उद्देश्य | महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण |
कुल लाभार्थी | 58 लाख से ज्यादा |
ट्रांसफर का तरीका | डीबीटी |
सरकार | हेमंत सोरेन सरकार |
आधिकारिक वेबसाईट | https://mmmsy.jharkhand.gov.in/ |
Maiya Samman Yojana Latest Update 2025
मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़े की खबरें अब आम बात हो गई हैं। हाल ही में पलामू जिले में हुई जांच ने सबको चौंका दिया। पता चला कि कई लोग गलत तरीके से इस योजना का लाभ उठा रहे थे। कुछ परिवारों में सरकारी नौकरी करने वाले लोग थे फिर भी उनके घरवाले 2500 रुपये की मदद ले रहे थे।
इतना ही नहीं पारा टीचर और स्वास्थ्य सहिया जैसी महिलाएं भी इस लिस्ट में शामिल थीं। दिसंबर में 3 लाख 72 हजार 937 लाभार्थियों को राशि भेजी गई थी लेकिन अब इनमें से कई फर्जी निकले हैं। जांच में ये भी सामने आया कि कुछ लोग तो नियमों को नजरंदाज करते हुए इस योजना का गलत फायदा उठा रहे थे।
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मुर्दे भी उठा रहे थे लाभ, जानिए क्या है पूरा मामला
मंईयां सम्मान योजना का लाभ मृत लोग भी ले रहे थे और यह बात पलामू के नावाडीह पंचायत में पंचायत सेवक मनीष कुमार सिंह ने खुलासा किया कि उर्मिला देवी नाम की एक महिला की मौत तीन महीने पहले हो चुकी थी। इसके बावजूद उनके नाम पर पैसा जा रहा था।
एक और महिला की भी मौत हो चुकी है और अब ये जांच हो रही है कि उनके खाते में कितनी राशि भेजी गई। इस मामले की जानकारी रामगढ़ बीडीओ को दे दी गई है और आगे की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। ये सिर्फ एक पंचायत की बात नहीं बल्कि पूरे जिले में 584 फर्जी लाभार्थी पकड़े गए हैं।
पहले भी हो चुका है ऐसा फर्जीवाड़ा
ये कोई पहली बार नहीं है कि मंईयां सम्मान योजना में ऐसा घोटाला सामने आया हो। इससे पहले भी बंगाल के यूसुफ नाम के शख्स का मामला सबके सामने आया था। उसने अपने एक बैंक खाते से 95 बार आवेदन किया था। चास नगर निगम इलाके से 67 और गोमिया प्रखंड से 28 आवेदन भरे गए थे।
ये फर्जीवाड़ा सिर्फ एक शख्स तक सीमित नहीं था। सरकार की कोशिश थी कि महिलाओं को मदद मिले लेकिन कुछ लोग इसे लूट का जरिया बना रहे थे। अब नए सत्यापन से इन गड़बड़ियों को खत्म करने की कोशिश हो रही है ताकि सही लाभार्थियों का हक न छीना जाए।
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छठी किस्त का इंतजार, जानिए कब मिलेगा पैसा
लाखों महिलाएं मंईयां सम्मान योजना की छठी किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। लेकिन अभी तक ये पैसा उनके खातों में नहीं पहुंचा है। देरी की बड़ी वजह सत्यापन की प्रक्रिया है। इसलिए अब हर लाभार्थी की जांच हो रही है ताकि फर्जी लोग बाहर हों और सही हकदारों को ही फायदा मिले। इस वजह से छठी किस्त में थोड़ी देर हो रही है लेकिन सरकार का कहना है कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा।
अधिकारियों को मिले खास निर्देश, जानिए क्या हैं नियम
सरकार ने अब इस घोटाले को लेकर सख्त रुख अपनाया है। खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी जिलों के आपूर्ति पदाधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि 27 फरवरी तक हर राशन कार्ड धारक की ई केवाईसी पूरी कर ली जाए। ये काम इसलिए किया गया ताकि मंईयां सम्मान योजना में कोई गड़बड़ी न बचे। विभाग ने कहा कि जो भी तकनीकी दिक्कतें थीं उन्हें दूर कर लिया गया है और अब सत्यापन तेजी से चल रहा है।
विभाग का कहना है कि पिछले एक महीने से सत्यापन का काम जोरों पर है। जैसे ही ये प्रक्रिया पूरी होगी छठी किस्त का पैसा ट्रांसफर शुरू कर दिया जाएगा। 584 फर्जी लाभार्थियों से वसूली के साथ साथ नए नियम भी लागू किए जा रहे हैं ताकि आगे ऐसा कुछ न हो।